वशीकरण मंत्र किसे चाहिए for Dummies
वशीकरण मंत्र किसे चाहिए for Dummies
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वशीकरण का आकर्षण पैदा होता है और आप आसानी से दुसरो के बिच अपनी बाते मनवा सकते है.
ब्रेस्ट कैंसर कितने दिन में फैलता है-इससे कैसे बचें?
यंत्र को बनाने का तरीका और इसमें इस्तेमाल होने वाली चीजे इसके महत्त्व को बढ़ा देती है.
तेल-तेल महातेल! दूखूं री मोहिनी तेरा खेल!!
इस मौके पर दुनिया के कोने-कोने से तांत्रिक यहां पहुंचते हैं और तंत्र साधना करते हैं। इसे तांत्रिकों का महाकुंभ कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।
ॐ नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो भवामि यश्च मम सुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा।
(वश करने वाले का नाम) को लाग लाग री मोहिनी, तुझे भैरों की आन!!
आकर्षण के लिए मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना के आसान उपाय और टोटके मनचाहा प्यार पाने के लिए
ऐसी स्थिति में इसका प्रयोग करना आपको अलग से उर्जा देता है.
विधि: किसी भी शनिवार या रविवार के दिन रात में नरसिंह भगवान का पूजन गूगल जलाकर घृत, शक्कर, पान-सुपारी अर्पित कर एक हजार आठ बार मन्त्र जप कर जप का दशांश होम करें। मन्त्र सिद्ध हो जाने पर रूई में चंदन और अपामार्ग को मिलाकर बत्ती बनाकर काजल तैयार करें। उस काजल को सात बार अभिमन्त्रित more info कर आँखों में लगाने से सभी लोग साधक पर मोहित होते हैं।
यहां एक छोटा सा जलाशय भी है जिसके कारण यह स्थान हमेशा नम रहता है। इस जल स्तोत्र का जल भी विशेष गुणों से भरपूर है। इसके सेवन से कई बीमारियाँ दूर हो जाती हैं। यहां हर साल अंबुबाची नामक मेला लगता है। इस समय देवी कामाख्या की उपस्थिति के कारण ब्रह्मपुत्र का जल रक्तिम हो जाता है।
यह मंत्र बहुत शक्तिशाली माना जाता है। इसकी सिद्धि से सभी सांसारिक इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं। जप करने से पहले किसी योग्य तांत्रिक से परामर्श अवश्य लें और उसकी सलाह से जप की संख्या के संबंध में संकल्प लें। जप के बाद निम्नलिखित मंत्र से देवी की स्तुति करें-
इस पुस्तक में आठ सिद्धियां दी गई हैं जिनको कि विधिपूर्वक करने से मनुष्य अवश्य सफल होता है। वह सिद्धियां इस प्रकार हैं। (१) वशीकरण विद्या (२) आकर्षण विद्या (३) अष्टसिद्धि (४) कायाकल्प विद्या (५) यक्षणी साधन (६) भूत विद्या (७) ओझा विद्या (८) यन्त्र, मन्त्र और तन्त्र विद्या । वह विद्या ऐसी हैं यदि विधिपूर्वक की जायं तो पूरा २ अब भी असर करती हैं। लेकिन सिद्धि कार्य कर्त्ता पर निर्भर है।
देवी के अमृत वचन सुनने के लिए देवी सरस्वती और लक्ष्मी भी उत्सुक रहती हैं। तीनों लोकों में पूजी जाने वाली देवी कामाख्या दयालु और मंगलकारी हैं।